अब धर्म के नाम पर नही होंगे दंगे...

ऐसे दौर में जब मजहब की दीवारों पर सिर्फ नफरतों के नारे लिखे जा रहे हो तब एक संत के विचार उन लोगों को जो अमन और भाईचारा पसंद करते हैं उन्हें जीवन की एक नई परिकल्पलना का आनंद उठाने का मौका देते हैं।  मजहब की दीवारें भरभरा कर गिरने लगती हैं जब लोगों की सोच एक ही मंजिल को पाने की चाह रखने लगती है, एक संत जब हर धर्म के लोगों को ज्ञान और समाधान बताये उनके शारीरिक और मानसिक परेशानियों का अचूक समाधान बताये तो लाज़मी है कि धर्म के नाम लड़ाई खत्म होना तय है.....इसी कड़ी में एक रियल स्टोरी है मुबारक खान की.

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