8 साल राधास्वामी पंथ में किए बर्बाद...

एक व्यक्ति ने संत रामपाल जी के अनुयाई से कहा कि मैं भी राधास्वामी पंथ से जुड़ा हूँ मुझे तो आज तक कोई हानि नही हुई, जबकि मैं किसी प्रकार की परेशानी में नही हूँ और सब अच्छा चल रहा है, ऐसे में राधास्वामी पंथ से गये लोग ये क्यों कहते हैं कि राधास्वामी की भक्ति करने से मुझे कोई लाभ नही हुआ बल्कि ये हानि हुई? तो उसको संत रामपाल जी के समर्थक ने कहा कि भाई आप किसी ठूठ वृक्ष (केवल सूखा तना) को ये समझ के उससे ये आस लगाए रहोगे कि ये मुझे लाभ देगा ये तभी तक आपको सही लगेगा जब तक भयंकर गर्मी(पाप कर्म) नही आती। जब आपके ऊपर कोई आपत्ति गिरेगी उस समय आपको अहसास होगा कि आप को क्या हानि हुई, उस समय आप यही कहोगे कि उस वृक्ष (पंथ) की वजह से या मेरी खुद की नादानी से मैंने भयंकर गर्मी होने के कारण अपने प्राण त्याग दिए। ऐसी ही एक रियल स्टोरी है इस महिला की बड़े यत्न करने के बाद राधास्वामी पंथ से नाम दीक्षा प्राप्त हुई, लेकिन उसका फल क्या मिला? सुनिए इनकी ये रियल स्टोरी with Fact & Proof

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